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Showing posts from August, 2012

After Mumbai Violence

        राज की रैली के पीछे का राज... मुंबई में हुई हिंसा के बाद अब आप मानो ना मानो हिंदू और मुस्लीमों के बीच ध्रुवीकरण शुरू हो गया हैं। 1992 के दंगो के बाद मुंबई में कोई भी धार्मीक जंग नहीं हुई. हिंसा से लोग किनारा कर चुके हैं। दंगो की याद भी अब लोगों को नहीं चाहीए. इसिलिए गोधरा के बाद भी मुंबई में आग नहीं लग पाई। बम विस्फोटों के बाद भी यहां पर कभी दो धर्म के लोगों के बीच माहौल नहीं बिगडा। कौन लोग हैं जो मुंबई की फिज़ा बिगाडना चाहते हैं ये बात अब सभी को पता चल गई हैं। शायद यहीं वजह हैं कि आझाद मैदान में हुई हिंसा के वीडियो अगर हम देखें तो उसमें हमें साफ तौर पर दिख जाएगा की जब कुछ गुंडे मीडिया की ओबी वैन जला रहे थे, तब एक - दो युवा उन्हे रोकने के लिए आगे बढे..ये मुस्लीम युवक ही थे.. उन्होंने हुडदंगकारीयों को रोकने की कोशीश की लेकिन उन गुंडों ने उनपर भी हाथ उठाया.. यु ट्यूब पर ये वीडियो उपलब्ध हैं। मुंबई हिंसा के बाद उसकी प्रतिक्रीया भी नहीं आई.... । लेकिन क्या हम इन संकेतों को देखकर मान ले की सब कुछ खत्म हुआ हैं। जहां तक मेरा मानना हैं यहा से शुरूआत हो चुकी हैं.. हिंदू और मुसलम

Mumbai Violence

मुंबई के गुनाहगार....  Violence at Azad maidan... पिछले 10 दिनों से बर्मा में हो रही हिंसा को लेकर सोशल नेटवर्कींग साईटस पर मेसेजेस देखने को मिल रहे थे.. जंगल की आग की तरह ये मेसेजेस फॉरवर्ड किए जा रहे थे। एसएमएस हो या फिर बीबीएम..टवीटर या फिर फेसबुक... कोई ऐसी जगह नहीं थी जहा ये मेसेजेस आपका पीछा ना कर रहे हो. हैरानगी की बात हैं कि किसी पुलिसवाले ने ये मेसेजेस पढे ना हो... हर सरकार का अपना इंटेलिजन्स विभाग होता हैं, ये विभाग कितना इंटेलिजन्ट होता हैं ये बात छोडीए पर साईड पोस्टींग पर काफी सारे अधिकारी यहां पर तैनात किए जाते हैं। साईड पोस्टींग होने की वजह से पहले से ही परेशान पुलिसवालों के हाथों मे होती हैं हमारी सुरक्षा.. ये कोई नई बात नहीं हैं। सालों से यहीं चला आ रहा हैं। शनिवार दोपहर को जो हुआ उससे साफ हुआ की हमारी पुलिस सीमापार के आतंकवाद से ही नहीं बल्की घरेलू खतरों से भी अनजान हैं। मुंबईजैसे शहर में अगर कोई बडी रैली निकलने वाली होती हैं तो मुंबई पुलिस इसे कई शर्तों पर इजाजत देती है। समाज के स्वास्थ को खतरा हो तो अन्ना को भी आझाद मैदान में रैली लेने की इजाजत नहीं मिल